Kamuk Aurat Sharirik Sukh – ससुर बहु का अनैतिक यौन संबंध
Kamuk Aurat Sharirik Sukh
मेरी किस्मत ही खराब थी मुझे साला एक चूतियां पति मिल गया जिसके लंड में दम ही नहीं था। मेरा नाम अनीता है और मेरी नई नवेली शादी हुई है। सोचा था शादी के बाद सारी खुशियां मिलेंगी और मेरी शारीरिक जरूरतें पूरी होंगे। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। वह मुझे बिल्कुल भी शारीरिक संतुष्टि नहीं दे पा रहा था मुझे बिल्कुल भी मजा नहीं आता था चुदाई करने में। Kamuk Aurat Sharirik Sukh
मैं बहुत ज्यादा कोशिश करती थी कि अपने पति के लंड के अंदर थोड़ी जान फूक पाऊ। मैं उसका लौड़ा भी पूजती थी ताकि खुश तो हो और उसका लंड खड़ा हो। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ फिर ससुर जी ने मुझे वह खुशियां दी जो मुझे चाहिए थी। ससुर जी ने अपनी बहू की बुर चुदाई करी और उसे पूरी शारीरिक संतुष्टि दी।
चलिए अब शुरू करते हैं कि यह सब किसका शुरु कहां से हुआ? मैं बहुत ही ज्यादा सेक्सी हॉट और खूबसूरत लड़की हूं। और मेरी शादी भी अच्छे खासे पैसे वाले घर में हुई है। किन चाली जरूरतें पूरी नहीं हो रही है मेरी अन्तर्वासना शांत नहीं हो रही है। मैं अपने पति को रिझाने के लिए वह सारी हरकतें करती थी जिससे उसका लौड़ा खड़ा हो। मैं
सेक्सी सेक्सी साड़ियां पहनती थी उसके लिए हॉट नाइटी पहनती थी लेकिन उस चुतिया का लंड खड़ा ही नहीं होता था। तो फिर भैया सारी उम्मीद में हार चुकी थी और फिर मुझे बस अपने हाथ से ही उम्मीद रह गई थी। अपना हाथ जगन्नाथ!!
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और मैं अपने पति को गुस्से के मारे अपने कमरे में नहीं चलाती थी वह सोफे पर सोता था। मैं अकेले कमरे में अपनी टांगे फैलाकर चूत में उंगली करती थी। अब यह करने से लंड जितना संतुष्टि तो नहीं मिलती थी लेकिन थोड़ी बहुत शांति जरूर मिल जाती है।
मैच अपनी चूत में उंगली कर ही रही थी कि ससुर जी अचानक मेरे कमरे में आ गए और उन्होंने मेरी चूत देख ली। लेकिन ठरकी बुड्ढे ने अपनी नजरें नहीं तेरी और वह मुझे आंखों से ही चोदने लग गया। फिर वह धीरे धीरे मेरे पास आया और मुझे भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था।
ससुर जी मेरे पास आए और बोले – बहु मुझे पता है तुम्हें शारीरिक संतुष्टि नहीं मिल पा रही है!
मैंने कहा – ससुर जी आपको कैसे पता चला!!
ससुर जी बोले – मेरी उमर हो चुकी है मैंने घाट घाट का पानी पिया है सब पता लग जाता है मुझे!!
और फिर ससुर जी ने अपनी मोटी उंगली मेरी चूत में डाल कर अंदर बाहर करना चालू कर दिया। और बोलने लगे बहु रानी मजा आ रहा है तो मैं क्या करूं संतोषी चाहिए मेरा लंड तुम्हारी प्यास बुझा सकता है।
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मैंने बोला – ससुर जी आपके बस की है इस उम्र में कुछ कर पाओगे??!!
ससुर जी बोले – बेटा!! शेर बूढ़ा हो गया है लेकिन उसमें ताकत जवानों से भी ज्यादा है!!
और फिर ससुर जी ने अपनी धोती नीचे करके अपना बड़ा लंबा मोटा लंड बाहर निकाला। उनका लंड कितना लंबा और मोटा था कि मेरे पति का आधे बराबर भी नहीं था। उनका सिर्फ लंड ही देखकर मैं इतनी ज्यादा गरम हो गई कि मेरी चूत बिल्कुल पूरी गीली हो गई। और ससुर जी ने अपनी मोटी अंगुलियों से मेरी चूत में जबरदस्ती तरिके से चूत में उंगली करना चालू कर दिया।
मैंने कहा – ससुर जी उंगली भी डालोगे या उस अपनी बंदूक को भी चलाओगे!
फिर सासु जी ने मेरी दोनों टांगों को फैलाया और अपना लंड मेरी चूत में एकदम घुसा दिया। ससुर का लंड लेते ही मेरा मूड निकल गया और मुझे चरम सुख की प्राप्ति हो गई। ससुर जी ने कहा – अभी तो मैंने शुरुआत ही कि अब तुम्हारा मूत निकल गया।
और फिर ससुर जी ने अपने मजबूत मेरे से मेरी चूत की चुदाई करना चालू कर दिया। वह अपने मजबूत लंड से मेरी चूत की खूब पिटाई कर रहे थे और मुझे घचाघच चोद रहे थे। उनका मोटा लंड मेरी चूत में अंदर बाहर शुभ हो रहा था और बुड्ढे के अंदर सच में बहुत दम था। वह मुझे किसी पहलवान की तरह चोदे जा रहा था जिसमें मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था और पूरी कामवासना मिल रही थी।
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फिर ससुर जी ने मुझे घोड़ी बनाया और मेरी चूत की चुदाई करनी चालू कर दी। वह मेरी गांड पर थप्पड़ मार मार दे मेरी चूत की चुदाई कर रहे थे। सच में मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा था मेरे मुंह से लार ही टपक रही थी वासना प्यार के मारे।
फिर ससुर जी का कुछ ही देर में झड़ने वाला था मेरा तो फिलहाल कई बार झड़ चुका था। ससुर जी का जैसे ही डरने वाला था उन्होंने अपने लंड बाहर नहीं निकाला बल्कि अपना सारा माल मिल चूत में भर दिया।
मैंने कहा ससुर जी यह क्या किया आपने तो मेरे अंदर अपना बीज डाल दिया। ससुर बोले – कोई बात नहीं है तो मेरे खानदान का ही बीज। और फिर उस रात के बाद से मुझे मेरे पति की जगह ससुर जी संतुष्टि देने लग गए। ससुर और यह मेरा रिश्ता काफी लंबा चला जब मैं अपने ससुर की मां नहीं बन गई।