Village First Sex – चुदासी लड़की को मुझसे प्यार हो गया 1
Village First Sex
मेरा नाम लव है। मैं बिहार के एक छोटे से गांव में रहता हूं मैने 10th तक पढ़ाई गांव से ही की है उसके आगे की पढ़ाई के लिए मैं शहर चला गया था। गांव मे मेरी छवि एक सीधे साधे लड़के की है। मैं ज्यादा किसी से बात नही करता था सिर्फ पढ़ाई करता था। Village First Sex
ये बात तब की है जब 12th खत्म होते ही मुझे चिकन पॉक्स हो गया फिर मुझे घर आना पड़ा मेरे घर में 4 लोग है मैं , मेरा छोटा भाई, मां,पापा । तो हुआ यों कि मुझे चिकन पॉक्स हो गया तो मेरा ईलाज गांव मे ही चला ढेर सारे इंजेक्शन और दवाई के बदौलत मै 15 दिन में ठीक हो गया।
लेकिन बहुत कमजोर हो गया था 5वें और 6वें दिन का तो मुझे कोई होश ही नहीं था सभी बताते हैं कि मैं 2 दिन पूरा बेहाश था। अब डॉक्टर ने बोल दिया की मै 6 महीने यहीं आराम करूं और अच्छा खाना खाऊं मतलब 6 महीने मेरी पढ़ाई चौपट थी।
अब 16 दिन से सारे रिश्तेदार पड़ोसी देखने आने लगे हाल चाल लेते चले जाते। उनमें से एक लड़की बुरा सा( गुस्सा हुआ) मुंह बनाके रोज आती और दवा, कभी जुस कभी कभी देती थी और दिन मे 2, 3 बार आती लेकिन कुछ नहीं बोलती थी।
मैने सोचा इसका कौन सा भाई बीमार है जो इतना दुखी है, जो हमेशा चेहरे पर 12 बजा रहता है। फिर मुझे ध्यान आया कि ये मेरी पड़ोसन है 2 साल में बड़ी हो गई है इसलिए पहचान नही पा रहा हूं। खैर ऐसे ही 15 दिन और निकल गए और अब मैं कुछ ठीक लग रहा था ।
कुछ दिन बाद मेरे घर के बगल में खाली मैदान में सर्कस दिखाया जाना था मेरा घर एक मंजिल का है दूसरी मंजिल पर सिर्फ दो रूम है मेरा घर काफी बड़ा है इसलिए सर्कस देखने के लिए बहुत सारी कुर्सियां केवल महिलाओ के लिए लगा दी गई शाम 7 बजे सर्कस शुरू होना था तो मैं भी एक कोने की कुर्सी पर बैठ गया।
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कुछ देर बाद मेरी बाई ओर की कुर्सी पर कोई लड़की आकार बैठी थोड़ी देर बाद उसका हाथ मेरे हाथ से लग गया मैने हाथ हटा बाई ओर देखा तो वही लड़की थी और सामने देख रही थी फिर कुछ देर बाद उसने हाथ मेरे बाए कंधे पर रखा मैं वहा से हट गया और दूसरी मंजिल पर जाने के लिए बांस की सीढ़ी है.
उसे चढ़ कर मै उपर चला आया वहा सिर्फ एक टंकी है और टंकी साइड 4 फीट दीवाल है लेकिन बस टंकी तक जिस साइड सर्कस चल रहा था उस साइड सिर्फ 2 ईंट है उधर भी बच्चे चटाई बिछा कर सर्कस देख रहे थे तो मैं भी उधर ही पालथी मार कर बैठ गया.
कुछ देर बाद मेरे पीछे सट कर कोई बैठ गया मैने देखा तो वही लड़की थी मैं फिर जाने लगा तो वो मेरे पीठ पर लद गई उसे देख कुछ बच्चे भी चढ़ गए अब मैं नीचे लेटा था वो मेरे पीठ पर और उसके पीठ पर बच्चे इतने मे सोर गुल में उसने मेरे कान मे आई लव यू कह दिया। ये पहली बार मै उसका आवाज सुन रहा था, फिर मैं सबको साइड कर उठा और उसको डांटते हुए बोला। “Village First Sex”
मैं: पागल है क्या, जाके बोले मम्मी को, सारा प्यार का भूत निकाल देंगी।(इतना बोलते हुए मै सीढ़ी की तरफ बढ़ा).
वो: किसी को बताए तो यहीं से कूद जाएंगे.
इतना सुनते ही मेरे कदम ठिठक गए।
वो मेरे पास आते हुए। वो: किसी को बताने से पहले सोच लेना।
मैं: दिमाग खराब है क्या बोल रही हो कुछ पता है, हमको तुम्हारा नाम तक नही पता है बड़ा आई इश्क लड़ाने।
वो: लवली नाम है मेरा अपने दिल पर लिख लीजिए हमेशा के लिए। ( वो ये सब काफी बिंदास होकर बोल रही थी जबकि मेरे आवाज में घबराहट साफ देखी जा सकती थी).
मैं: पागल है क्या दिल पर लिख लो कुछ भी बकवास कर रही हो। बिना सोचे समझे।
(उसने मेरी घबराहट को समझ लिया था) वो: मैंने सोच लिया है आपको सोचने के लिए कल तक का समय दे रही हूं, कल इसी समय मुझे मेरा जवाब चहिए और जवाब हां में चाहिए। (इतना बोलकर वो सीढ़ी उतर कर चली गई).
मै वही बैठ कर सोचने लगा की अभी हुआ क्या फिर मैंने अपने दिमाग पर जोर दिया तो मुझे याद आया कि इसका घर तो मेरे घर के दाई बगल मे है 5, 6 साल पहले जिस लड़की की नाक बहती रहती थी वो क्या इतनी बड़ी हो गईं की मुझे परपोज कर दी। मैने तो उसे गौर से कभी देखा भी नही।
उसके घर में दादा, पापा, मम्मी, एक बड़ा भाई जो मुझसे 4 साल बड़ा है ,रहता है। ये सब सोचते हुए मै अपने रुम मे आकर सो गया। फिर अगले दिन दोपहर को मैने उसे कपड़े पसारते देखा एक लड़की जो 17 ,18 की है छोटे छोटे चूंचे कमर तक बाल गोरी चिटी गोल चेहरा कटीले नयन नक्श अभी अच्छे से जवान भी हुई नही है क्या चाहती है मुझसे। शायद अटैरक्शन होगा।
इतने में उसने एक नजर मेरे रूम के खिड़की पर डाला जहां से मैं उसे देख रहा, मैंने उसे थपड़ का इशारा हाथ से किया फिर वो नीचे चली गई। आज वो पूरा दिन मेरे घर नही आई वरना लगभग रोज ही आती थी इस वजह से मेरा दोपहर की दवाई और जूस भी छूट गया। “Village First Sex”
मैंने सोचा चलो हो सकता है पीछा छूट चुका। लेकिन शाम होते ही फिर सर्कस चालू हुआ मै फिर उपर चला गया, पर मेरी नजर पहली मंजिल की छत पर ही था कुछ ही देर मे वो आ गई अब मैंने सोचा कि मैं बांस की सीढ़ी ही ऊपर खींच लेता हूं जिससे वो ऊपर नही आ पाएगी.
लेकिन सीढ़ी काफी भारी थी मेरे काफी ताकत लगाने के बाद भी नही ऊपर हुआ ये करते हुए उसने मुझे देख लिया फिर वो सीढ़ी की तरफ आने लगी तो मैं उठ कर बच्चों के पास चला गया, 3,4 बच्चे आज भी ऊपर से सर्कस देख रहे थे। वो मेरे पास पीठ पर लद कर बैठ गई। “Village First Sex”
वो: ज्यादा होशियार बन रहे थे सीढ़ी क्यों हटा रहे थे।
मैं: (उसे दूर हटाते हुए) हटा है क्या हटा होता तो तुम यहां आ पाती।
वो: ये सब छोड़ो, क्या सोचा तुमने।
मैं नीचे आने के लिए उठा लेकिन सीढ़ी के पास आते ही उसने मुझे पीछे से पकड़ लिया।
मैं: (डरते हुए) छोड़ो पागल हो क्या कोई देख लेगा बच्चे भी यही हैं।
वो: (मुझे धकेलते हुए) यहां चलो यहां कोई नही देखेगा। (ये कहते हुए उसने मुझे टंकी और दीवाल के बीच कोई 3,4 फीट के गैप में धकेल दिया। यहां कोई नही देख देख सकता था बच्चे भी 30 फीट दूर थे).
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मैं: (उसे खुद को छुड़ाते हुए) थोड़ा दूर से बात करो।
वो: ठीक है पहले मेरा जवाब दो।
मैं: कौन सा जवाब।
वो: ज्यादा बनो मत, बोलो की मुझसे प्यार करते हो।
मैं: पहले ये बताओ ये सब कब हुआ और तुम्हारी उम्र ये सब करने की नही है, कितना एज हुआ है तुम्हारा, ये सब इस उम्र में अट्रैक्शन हो जाता है।
वो: 18 साल पिछले हफ्ते ही हुआ है, आधार कार्ड दिखाए क्या। और कोई अट्रैक्शन नही है सच्चा प्यार है।
मैं: प्यार का मतलब समझती हो।
वो: हां समझते हैं। बात को घुमाओ मत, बोलो की मुझसे प्यार करते हो वरना यही से कूद जाऊंगी।
मैं: पहले ये बताओ ये सब हुआ कैसे। मतलब मुझसे तुम्हें प्यार कैसे हुआ मै तो 2 साल मे यहां सिर्फ होली दीवाली पर ही आया हूं।
वो: तुमसे प्यार मुझे 3 साल पहले ही हुआ था जब मैं 9th मे पढ़ती थी मेरी सारी सहेलियां तुम्हारा नाम लेकर मुझे चिढ़ाती थी। तभी से तुम से प्यार हो गया। तुम हो भी तो काफी पढ़ने मे तेज सीधा ईमानदार, हैंडसम। वो आरती तो तुमको परपोज ही करने वाली थी वो तो मैंने तुमको बचा लिया। “Village First Sex”
मैं: कौन आरती।
वो: तुम्हारे क्लास वाली।
मैं: (मजाक करते हुए) अरे हां कितनी सुंदर थी वो।
वो: (मेरे निप्पल ऐंठते हुए) तेज मत बनो अब जवाब दो।
मैं: (उसे छुड़ाते हुए) ठीक है लेकिन 3-4 साल पहले तो तुम्हारा नाक ही बहता रहता था उस उम्र में प्यार कैसे हो गया। और 2 साल में भूली नही तुम।
वो: (मुक्का मारते हुए) ही ही ही वेरी फनी। अब जवाब दो।
मैं: मैं हां बोल दूं तो ये किस प्रकार का प्यार होगा।
वो: सच्चा वाला प्यार।
मैं: ठीक है हां बोल दिया अब जाओ।
वो: ऐसे नही पुरा बोलो आई लव यू लवली।
मैं: आई लव यू लवली।
वो: (खुश होते हुए मुझसे लिपट गई) आई लव यू टू लव।
मैं: (उसे हटाते हुए) अब चलो।
वो: एक किस दे दो ना।
मैं: अभी तो सच्चा प्यार था।
वो: अरे इतना तो चलता है।
मैं: ठीक है कर लो । उसने होंठो पे सीधा चूम लिया।
मैं: ये क्या था।
वो: किस। अब तुम भी मुझे करो ना।
मैं: (उसके माथे को चूमते हुए) चलो अब निकलो।
वो: ये क्या था जैसा मेने किया वैसा करो।
मैने पहले आंखों को चूमा फिर गालों को फिर होंठों छू कर हटा लिया।
वो: (आंखों में आसूं ली हुई) 1 मिनट तक होंठों को चूमने दो ना प्लीज़।
मैं: (उसके आसूं ओंठो से चूमते हुए) ओके। कर लो।
वो मेरे होंठों पर टूट पड़ी, मैंने उसे रोकते हुए।
मैं: ऐसे नही करते.
मैने उसके होंठों को चूसना शुरु किया बोला धीरे धीरे से 1 मिनिट में ही उसकी सांसे उखड़ने लगी।
मैं: क्या हुआ ।
वो: अपनी सांसे कंट्रोल करते हुए कहा से सीखा ऐसा किस करना जरूर शहर मे कोई गर्लफ्रेंड होगी।
(मैं मन में सोचते हुए तुझे क्या पता ये सब मैंने इन्टरनेट से सीखा है।) इतने में ही होश उड़ गए। फिर एक फाइनल स्मूच उसके गर्दन पर की और जल्दी से नीचे उतर कर खाना खाकर सो गया। फिर अगले दिन दोपहर में दवाई और जूस बनाकर चली गई।
इतने नजदीक से दिन में पहली बार गौर से देखा काफी सुंदर थी । फिर शाम को मैं ऊपर था वो फिर आ गई फिर कोने मे ले गई आज पूनम की रात थी तो काफी उजाला था आज उसने शूट और सलवार पहना था ।आते ही मुझसे लिपट गई। “Village First Sex”
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मैं: ये सच्चा प्यार है या हवस है।
वो: आज मुझे खुलकर प्यार करो।
इतना कहकर वो मुझे किस करने लगी फिर मैने भी उसका साथ देना शुरू किया लेकिन वो अच्छे से नही कर पा रही थी तो मेने उसे समझाया।
वो: आज मुझे करना है।
मैं: क्या करना है।
वो: वो सब जो गर्ल फ्रेंड ब्वॉय फ्रेंड करते हैं।
मैं: क्या करते हैं।
वो: ओहो छेड़ो मत तुमको पता है वो।
मैं: क्या?
वो: सेक्स।
मैं: पागल हो क्या । क्या बोल रही हो पता है पहले कभी की हो, सेक्स क्या होता है पता भी है।
वो: तुम्हारे बिना किसी से कर सकते हैं क्या। हमको नही पता तो तुमको तो पता ही होगा तुम बता दो।
मैं: अरे हमको भी नही पता है और यहा हो भी नही सकता।
वो: तो दीदी से पूंछे क्या उसको तो पता ही होगा।
मैं: पागल हो क्या। देखो सेक्स तो यहां नही हो सकता लेकिन मैं उसके जैसा मजा दे सकता हूं लगभग।
वो: ठीक है।
मैं: तो तैयार हो जाओ रोमांच सफर के लिए।
सबसे पहले मैने उसके चेहरे को दोनो हाथों से पकड़ कर अपने होंठ उसके होंठ के नजदीक ले आया लेकिन सताया नही जब उसके होंठ सूखने लगे फड़फड़ाने लगे तब चूसना शुरु किया फिर गालों से होते हुए उसके गर्दन तक होंठ से चूसने लगा गर्दन चूसते ही उसके होश फाख्ता हो गए वो नीचे गिरने लगी मैंने उसे अपनी बांहों में थाम लिया। “Village First Sex”
कुछ देर मे वो नॉर्मल हुई तो मैं फिर शूरू हुआ अब मैंने उसके गर्दन से होते हुए उसके गले को चूसने लगा फिर उसके सीने के ऊपर मैने चूसा मेरे हाथ उसके चूतड सहला दबा रहे थे वो फिर हाफने लगी थी मैंने उसे गोद में उठा लिया और उसके होंठ चूसने लगा उसकी चूत मेरी कमर पर थी. मैने उसे अपने कमर पर ही रगड़ा कुंछ ही सेकेंड में वो झड़ कर पस्त हो गई मुझे मेरे पेट पर काफी गीला गीला लग रहा था। “Village First Sex”
मैं: (उसके आंखों में देखते हुए)कैसा लगा।
वो शर्मा गई और मेरे सिने मे सर छुपा लिया।
मैं: मैं अब जाओ और कल शर्ट और स्कर्ट पहन कर आना और मजा आयेगा।
इस बार वो बिना कुछ बोले जाने लगी तो मेने उसे पकड़ कर एक बोनस स्मूच दे दिया। फिर वो सरमाते हुए चली गई। अगले शाम को वो शर्ट और स्कर्ट पहन कर आई ।
मैं: कैसा लगा कल।
वो: ऐसा लगा स्वर्ग मे हूं। काश तुम्हारी बांहों में पुरी जिंदगी बीत जाए।
मैं: तो आ जाओ।
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इतना बोलकर मैं उसको अपनी बाहों में खींच लिया और किस करने लगा फिर उसके शर्ट खोल दी उसने नीचे मैरून कलर की ब्रा पहनी थी उसे भी उतार दिया उसके चूंचे इतने भी छोटे नही दे सबसे पहले मैंने उसके दाएं चूंचे पर जीभ लगाया वो सिहर गई फिर उसे पुरा मुंह में लेने कि कोशिश कि लेकिन पुरा नही आ पाया वो काफी दर्द और उत्तेजना मे आंहे भरने लगी.
फिर मैने दूसरे चूचे को चूसा फिर दोनो चूचों के बीच चूसा फिर हाथों से सहलाया फिर नीचे आकर पेट और नाभि चूसा फिर स्कर्ट उठाकर पैन्टी के ऊपर से चूत को चूमा फिर उससे पूछा उतार दूं उसने शरमा कर हां मे सिर हिलाया फिर उसे घुमाकर उसकी पँटी उतारी और उसके चूतड पर दांतों और होंठ से हमला किया उसके चूतड चांद के उजाले में चमक रहे थे।
फिर उसे आगे घुमाया उसकी चूत देखी खैर उसे चूत कहना गलत होगा वो बूर थी एक दम चिकनी एक भी बाल अभी नही था सारे रोए थे हल्के हल्के मैने सीधा अपना जीभ रख दिया कुछ ही सेकंड में वो भर भरा गई उसके बूर का पानी मेरे जीभ साफ कर रहे थे अब वो मेरी बांहों में थी मैंने उसे कस कर दबोच रखा था। कुछ देर बाद वो नॉर्मल हो गई।
वो: मुझे तो प्यार कर लिया तुमने अब मुझे भी मौका दो तुम्हे प्यार करने का लड़को को प्यार कैसे करते हैं बताओ।
मैं: तो रोका किसने है जैसा मैने किया वैसे ही तुम भी करो।
मैं अब दीवाल से सटकर बैठा था और उसे अपने गोद मे बिठा लिया था, ऊसके बूर और मेरे लन्ड के बीच सिर्फ पैंट और अंडरवियर थे। फिर उसने किस से स्टार्ट किया और गर्दन होते हुए मेरे निप्पल चूसने लगी फिर पेट से होते हुए लन्ड पर पैंट के ऊपर से होंठ लगा दिया फिर मेरा पैंट अंडरवियर सहित उतर दिया मेरा लन्ड पुरा रॉड बना हुआ था 7 इंच का उसने मेरे लन्ड के तरफ होंठ बढ़ाए मेने उसे रोक दिया। “Village First Sex”
वो: क्या हुआ क्यों रोका ।
मैं: इतने प्यारे होंठ लन्ड चूसने के लिए नही बने हैं।
(मैने उसे अपने गोद में बिठा कर होंठ चूसने लगा।)
वो: (मेरे लन्ड पर बैठी थी) तो अब तुमको कैसे प्यार करूं। यही तो अन्दर जाता है इसी को तो सेक्स कहते हैं डाल दो ना प्लीज़।
मैं: पागल इतना बड़ा जाएगा। अभी नही बाद में कभी।
वो: तो अभी तुम्हे कैसे प्यार करूं।
मैं: (उसके हाथों को अपने लन्ड पर रखते हुए) ऐसे धीरे धीरे ऊपर नीचे करो।
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वो बड़े आराम से करने लगीं थोड़ी देर बाद गलती से उसका नाखून मेरे सुपाड़े पर लग गया मुझे बहुत दर्द हुआ मुझे दर्द मे देखें सहम गई उसकी आंखों में आसूं आ गए फिर मैने अपना दर्द बर्दास्त किया और उसे चुप कराया चुप कराने में मेरा सुपाड़ा जब उसकी बूर के रस से टच हुआ तो सुपाड़े मे जलन थोड़ी कम हुई.
फिर मेने उसकी चूत मे एक ऊंगली डालने की कोशिश कि लेकिन उसे काफ़ी दर्द हो रहा था तो मैंने सबसे छोटी ऊंगली डाली जो चली गई फिर मैंने अपना सुपाड़ा उसकी रस में मिलाकर उसके बूर पर रगड़ने लगा कुछ देर बाद हम दोनो झड़ गए। फिर मैंने उसे शर्ट पहनाया और एक लंबा स्मूच देकर चलने को बोला। उसके जाने के बाद मैने देखा कि उसकी ब्रा छूट गई है, फिर मैने सोचा की कल आएगी तो ले जाएगी। मैंने उसे ऊपर ही टंकी के पीछे छोड़ दिया। कहानी अभी जारी है आगे क्या हुआ जानने के लिए आगे की कहानी पढ़े…